दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर कृषि कानूनों (Former Bill) के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने विधान सभा चुनावों के बीच पश्चिम बंगाल (Bengal) के दौरे का ऐलान किया है। दरअसल, किसान नेताओं ने उन सभी राज्यों में जाने का निर्णय लिया है, जहां इस अप्रैल-मई के बीच चुनाव होने हैं।
गाजीपुर बॉर्डर (Gazipur Border) पर बीजेपी (BJP) के लिए सदबुद्धि यज्ञ करके राकेश टिकैत भी पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गए हैं। किसान नेताओं का इरादा कोलकाता, नंदीग्राम से लेकर आसनसोल तक महापंचायत करने का है।
नंदीग्राम से आसनसोल तक करेंगे महापंचायत

टिकैत ने कहा कि हम नंदीग्राम जाएंगे और कोलकाता में दो सार्वजनिक मीटिंग हैं, वहां जाएंगे। टिकैत ने बताया कि वहां किसानों से पूछेंगे कि वहां उनकी धान की फसल के रेट कितने हैं। एमएसपी मिल रही है या नहीं। हमें चुनाव नहीं लड़ना। चूंकि सारे नेता वहीं जा रहे हैं, तो हम भी चलेंगे। हो सकता है वहां कोई सरकार मिल जाए दिल्ली की।
ममता बनर्जी को चोट लगने के मुद्दे पर टिकैत ने भाजपा को घेरते हुए कहा-
“पश्चिम बंगाल की जो मुख्यमंत्री हैं- ममता बनर्जी। सुना है वहां उनके चोट मार दी। ऐसा नहीं होना चाहिए था। वह एक औरत हैं। ये महिला दिवस मना रहे हैं। एक महिला वहां पर मोर्चा संभाल रही है। उसी को चोट मरवाकर अस्पताल में भर्ती करा दिया।”
यह भी पढ़े: किसान आंदोलन: जानिए कौन है दिल्ली पुलिस का ये जांबाज सिपाही, जो गले पर तलवार होने पर भी नहीं डरा
दीदी की चोट से पूरे देश को चोट लगी है: राकेश टिकैत

टिकैत ने आगे कहा कि दीदी की चोट से पूरे देश को चोट लगी है। झांसी की रानी अकेले लड़ रही है, उसको घेरोगे ऐसा तो नहीं होना चाहिए। क्यों किसी की चोट मारो, क्यों किसी को घायल करो।
टिकैत ने कहा कि हम वहां भाजपा के लिए वोट तो मांगने जा नहीं रहे। अगर कोई वोट की बात आएगी, तो हम कहेंगे कि इसको वोट न दो, इसने तो पूरा देश बर्बाद कर दिया। किसी और को देख लो भाई। ये तो जरूर कहना पड़ेगा कि भाजपा को छोड़कर कहीं दे देना। हम भाजपा के लिए तो वोट मांगेंगे नहीं।