आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 (ICC Champions Trophy 2025) भारत के जीत के साथ ही खत्म हो चूका है. इस टूर्नामेंट का फाइनल भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) की टीम के बीच हुआ था, लेकिन इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान और साउथ अफ्रीका का प्रदर्शन भी बेहद शानदार था. हालांकि इनमे से अफगानिस्तान की टीम (Afghanistan National Cricket Team) सेमीफाइनल में जगह बनाने से चूक गई थी, इसके पीछे की वजह उनके 3 मैचों में से 1 मैच बारिश में धुलने की वजह रही.
अफगानिस्तान की टीम का प्रदर्शन इसके पहले टी20 विश्व कप 2024 (ICC T20 World Cup 2024) में भी शानदार था. अफगानिस्तान की टीम ने इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. हालांकि अब अफगानिस्तान की टीम को लेकर एक बुरी खबर आ रही है. अफगानिस्तान नेशनल क्रिकेट टीम पर बैन लगाने की मांग तेज हो गई है.
HRW ने आईसीसी के नियमों का हवाला देकर बैन की किया मांग
ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के अध्यक्ष जय शाह को एक पत्र लिखकर अफगानिस्तान क्रिकेट टीम पर बैन लगाने की मांग की है. HRW ने इस दौरान आईसीसी के नियमो का हवाला दिया है और कहा है कि तालिबान ने अफगानिस्तान में महिलाओं के क्रिकेट खेलने पर बैन लगा दिया है ऐसे में उनकी टीम आईसीसी के मानको पर खरी नही उतर रही है ऐसे में ये टीम आईसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए वैध नही है.
HRW की ग्लोबल इनिशिएटिव्स की निदेशक मिंकी वर्डन ने कहा,
‘अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की जिम्मेदारी है कि वह यह सुनिश्चित करे कि उसके तंत्र व्यवस्थित लैंगिक भेदभाव को नजरअंदाज न करें या उसे प्रोत्साहित न करें.’
अफगानिस्तान की कई महिला खिलाड़ियों ने छोड़ा देश
अफगानिस्तान में जब से तालिबान सत्ता में आया है, तब से तालिबान ने महिला खिलाड़ियों पर किसी भी खेल में हिस्सा लेने से बैन लगा दिया है. तालिबान के इस एक्शन के बाद कई महिला एथलीट ने अफगानिस्तान छोड़ दिया. इस दौरान कई क्रिकेट खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में जाकर ट्रेनिंग कर रही हैं, वहीं कई महिला एथलीट ने यूरोप के रुख किया है.
अफगानिस्तान की महिला क्रिकेटर शबनम अहसन ने एक बार कहा था कि,
‘यह बहुत दर्दनाक और निराशाजनक है. मुझे समझ नहीं आता कि आईसीसी हमारी मदद करने के लिए कुछ क्यों नहीं कर रही है. हमने इतनी मेहनत की है, और हर दूसरी टीम की तरह हम भी मदद के हकदार हैं.’