IPL 2025: चेन्नई सुपर किंग्स पर लगेगा 2 साल का बैन? लाइव मैच में कप्तान और गेंदबाज ने मिलकर की बॉल टैम्परिंग, वायरल हुआ वीडियो, देखे
IPL 2025: चेन्नई सुपर किंग्स पर लगेगा 2 साल का बैन? लाइव मैच में कप्तान और गेंदबाज ने मिलकर की बॉल टैम्परिंग, वायरल हुआ वीडियो, देखे

आईपीएल 2025 के दूसरे दिन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच बहुप्रतीक्षित मुकाबला खेला गया। क्रिकेट के दो दिग्गजों की टक्कर में फैंस को रोमांचक मैच की उम्मीद थी। लेकिन मैच के बाद एक वीडियो वायरल हो गया, जिसने पूरे क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी। सोशल मीडिया पर फैंस इस वीडियो को लेकर सीएसके पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।

वायरल वीडियो ने बढ़ाया विवाद

चेन्नई सुपर किंग्स ने यह मुकाबला 4 विकेट से अपने नाम किया, लेकिन इस जीत के बाद चर्चा का केंद्र एक वीडियो बन गया। इस वीडियो में खलील अहमद और रुतुराज गायकवाड़ को संदिग्ध गतिविधि में देखा गया। वीडियो में खलील अहमद अपनी जेब से कुछ निकालते हुए नजर आ रहे हैं, और उसी दौरान रुतुराज गेंद को उनके हाथ में थमाते हैं। इसके बाद खलील कप्तान के पास जाकर कुछ सौंप देते हैं, जिसे वह अपनी जेब में रख लेते हैं।यह  घटना पहले ओवर की बताई जा रही है, जब खलील बॉलिंग रनअप मार्क कर रहे थे।

यहां देखे विडियो 

सोशल मीडिया पर फैंस ने इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया कि सीएसके के खिलाड़ी बॉल टैम्परिंग में लिप्त थे। कुछ यूजर्स ने तो यह तक लिख दिया कि अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो सीएसके पर दोबारा दो साल का बैन लग सकता है।

क्या है बॉल टैम्परिंग और क्या हो सकता है परिणाम?

बॉल टैम्परिंग क्रिकेट में एक गंभीर अपराध माना जाता है, जिसमें खिलाड़ी गेंद की सतह के साथ छेड़छाड़ करता है ताकि उसे अतिरिक्त स्विंग या स्पिन मिल सके। यह नियम MCC के Law 42.3 के तहत आता है, जिसमें दोषी पाए जाने वाले खिलाड़ी या टीम पर सख्त कार्रवाई हो सकती है।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे चर्चित बॉल टैम्परिंग मामला 2018 में ऑस्ट्रेलिया का “सैंडपेपर गेट” कांड था, जिसमें स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरून बेनक्रॉफ्ट पर कड़ी सजा लगी थी। हालांकि, आईपीएल में अभी तक ऐसा कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया था, लेकिन इस वीडियो ने नए विवाद को जन्म दे दिया है।

सीएसके के लिए बढ़ सकती हैं मुश्किलें?

चेन्नई सुपर किंग्स ( Chennai super kings)  का इतिहास विवादों से अछूता नहीं रहा है। 2013 में हुए स्पॉट फिक्सिंग मामले के कारण 2016 और 2017 में टीम पर दो साल का बैन लगाया गया था। अगर मौजूदा वीडियो की जांच के बाद बॉल टैम्परिंग के आरोप सही साबित होते हैं, तो टीम को एक और मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।

हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वीडियो में जो दिख रहा है, वह वास्तव में बॉल टैम्परिंग थी या नहीं। बीसीसीआई और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल इस मामले की जांच कर सकती है। फिलहाल सोशल मीडिया पर फैंस इस मुद्दे पर जमकर बहस कर रहे हैं, और क्रिकेट जगत की नजरें इस विवाद के अगले कदम पर टिकी हैं।

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