गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक घोषणा की है। इस दिन उनकी तरफ से कई हस्तियों को सम्मानित करने के लिए पद्म विभूषण और पद्म भूषण समेत अन्य अवॉर्ड दिया जाएगा। बिहार से आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. रामविलास पासवान समेत देश की कई राजनीतिक जगत की हस्तियों को पद्मभूषण से सम्मानित किया गया है । बिहार की पांच हस्तियों को पद्म भूषण और पद्म श्री सम्मान से नवाजे गए हैं। देशभर में कुल 119 हस्तियों को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया है। आइए जानते हैं इनके नाम….
रामचंद्र मांझी
भिखारी ठाकुर के नाच परंपरा को आगे बढ़ाने वाले रामचंद्र माझी दबे कुचले समाज को दर्शाते हैं। उनके इसी काम के लिए सरकार ने उन्हें ये सम्मान सौंपा है.
दुलारी देवी
मल्लाह समाज से आने वाली दुलारी देवी को मिथिला पेंटिंग में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया है। बता दें कि दुलारी देवी दूसरों के घर में बर्तन मांजरा और झाड़ू पोछा का काम कर अपना जीवन निर्वहन करती रही है।
डॉ दिलीप कुमार सिंह
भागलपुर के 92 वर्षीय दिलीप कुमार सिंह को समाज एवं चिकित्सीय सेवा में बेहतर कार्य के लिए पद्मश्री से नवाजा गया है।
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मिथिला सिन्हा
राजनीतिक के साहित्यसेवी मिथिला सिन्हा को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है।
119 हस्तियों को मिला सम्मान
इस वर्ष मार्च में इन हस्तियों को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले समारोह में पद्म सम्मान प्रदान किया जाएगा। देशभर के कुल 119 हस्तियों को पद्म सम्मान मिला है। इनमें सात हस्तियों को पद्म विभूषण, 10 को पद्म भूषण और 102 को पद्म श्री मिला है। सम्मान पानेवालों में 29 महिलाएं हैं। बिहार से किसी शख्सियत को पद्म विभूषण सम्मान नहीं मिला है।
बिहार के एलजेपी के संस्थापक सदस्य रामविलास पासवान को भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित करने का फैसला लिया है। एलजेपी नेता व पीएम मोदी की सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के उनके निधन के बाद मरणोपरांत पद्म भूषण के सम्मान से नवाजा जाएगा। पिछले साल ही बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान बीमारी की वजह से निधन हो गया था।