भारत के प्रमुख आलराउंडर रविन्द्र जडेजा इस समय चोट के कारण टीम से बाहर चल रहे है. एशिया कप के दौरान जडेजा चोटिल हुए थे उसके बाद टी-ट्वेंटी विश्व कप से भी जडेजा को बाहर होना पड़ा था. विश्व कप में जडेजा के जगह अक्षर पटेल को मौका दिया गया था लेकिन वह ज्यादातर मौको पर असफल रहे थे. अब भारतीय टीम मैनेजमेंट एक और आलराउंडर को मौका दे रही है, जो बिल्कुल जडेजा के तरह खेलता है. इस हरफनमौला खिलाड़ी पर पूर्व क्रिकेटर भी विश्वास कर रहे हैं.
कौन है वह खिलाड़ी?
हम यहां वाशिंगटन सुंदर की बात कर रहे हैं. उनके बारे में बात करते हुए पूर्व खिलाड़ी लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने कहा कि,
‘वॉशिंगटन सुंदर ऐसा कीमती पत्थर है, जिन्हें तराशा जाना चाहिए और वह स्पिन ऑलराउंडर बनने के लिए ज्यादा उपयुक्त हैं. यदि आप हार्दिक पांड्या को तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर मानते हैं तो हम वॉशिंगटन सुंदर को स्पिन गेंदबाजी आलराउंडर कह सकते हैं.’
शिवरामाकृष्णन ने आगे कहा कि,
‘दोनों टीम में पूरी तरह से फिट बैठेंगे क्योंकि दोनों बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर सकते हैं. उनमें से एक को पांचवें गेंदबाजी विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है या दोनों 10 ओवर साझा कर सकते हैं क्योंकि वे बल्ले से भी योगदान दे सकते हैं. वॉशिंगटन ऐसा कीमती पत्थर हैं जो हमने खोजा है. उन्हें संभालना होगा और परिपक्व बनाना होगा.’
ऑस्ट्रेलिया में किया था शानदार प्रदर्शन
शिवरामकृष्णन ने ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट दौरा याद करते हुए कहा कि,
‘ब्रिस्बेन (पहली पारी में 62) और चेन्नई (नाबाद 96) को मत भूलिए. वह किसी भी परिस्थिति में बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं. चेन्नई में आप ऐसी पिचों पर खेलते हैं, जहां बाल को टर्न मिलता है, जबकि ब्रिस्बेन में गेंद तेजी से जाती है. उन्होंने इन दोनों स्थलों पर रन बनाए हैं. उन्होंने अपना करियर बल्लेबाज के तौर पर शुरू किया था और फिर ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करने लगे जिस तरह रविचंद्रन अश्विन करते हैं.’
लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने कहा कि,
‘आखिरी बार मैंने उन्हें एक कार्यक्रम में देखा था. वह बहुत पतले थे. अपने करियर के दौरान मैं भी पतला था, लेकिन वह मुझसे भी पतले थे. लेकिन वह अब अच्छी शेप में नजर आ रहे हैं और मानसिक रूप से मजबूत हैं. जब आप मानसिक रूप से मजबूत होते हैं और बहुत फिट होते हैं तो आपका आत्मविश्वास अपने आप ऊंचा हो जाता है.’