एशियाई क्रिकेट काउंसलिंग ने ASIA CUP 2025 को आयोजित करने का फैसला बीसीसीआई की मेजबानी में किया गया है। सितंबर महीने के मध्य में यह टूर्नामेंट आयोजित किया जाएगा। जिसके शेड्यूल का ऐलान भी जल्द ही किया जाएगा। लेकिन इन सब के बीच एशिया कप को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं। इस टूर्नामेंट पर अब खतरे के बदल मंडराने लगे हैं। क्या है पूरी खबर आइयें जानते हैं।
ASIA CUP मंडराए खतरे के बादल
दरअसल ASIA CUP को सितंबर 2025 के लिए शेड्यूल किया गया है। जिसमें भारत के शामिल होने पर अभी भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। बता दें कि 24 जुलाई 2025 को ढाका बांग्लादेश में एशिया क्रिकेट काउंसलिंग के एक मीटिंग है। लेकिन बीसीसीआई इस मीटिंग में शामिल होने पर इंकार कर रहा है। वीडियो रिपोर्ट्स की माने तो बीसीसीआई की तरफ से यह बात भी कही गई है कि अगर जगह नहीं बदली जाती है तो वह ASIA CUP का बहिष्कार भी कर सकती है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का बड़ा फैसला
BCCI ने एशियाई क्रिकेट काउंसलिंग की 24 जुलाई को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में होने वाली सालाना बैठक को लेकर के कड़ा रुख अपनाया है। बीसीसीआई ने यह बात साफ तौर पर कह दी है कि “अगर बैठक का स्थान नहीं बदला जाएगा तो वह बैठक में शामिल नहीं होगी और साथ ही वह बैठक में दिए गए किसी भी तरीके की फैसले को स्वीकार नहीं करेगी” सूत्रों के माने तो बीसीसीआई ने बांग्लादेश में मौजूदा हालात और वहां के भारतीय राजनीतिक तनाव को देखते हुए पहले ही एसीसी से एक बैठक के स्थान को बदलने की मांग की थी। लेकिन एसीसी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी की ओर से अब तक इस पर कोई भी अपडेट नहीं दिया है।
भारत पर बनाया जा रहा है बेवजह का दवाब
मीडिया सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि “हमने ढाका में मौजूदा हालात को देखते हुए समय रहते बैठक के जगह बदलने का अनुरोध किया था। लेकिन उनकी तरफ से अभी तक इस पर कोई भी जवाब नहीं मिला है। अगर मोहसिन नकवी ढाका में बैठक करते हैं तो बीसीसीआई किसी भी प्रस्ताव को बहिष्कार करने के लिए तैयार रहेगा।” इसी के साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मोहसिन नक़वी बैठक को लेकर भारत पर अनावश्यक दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं।
बीसीसीआई को मिला अन्य क्रिकेट बोर्ड का सपोर्ट
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो श्रीलंका अफगानिस्तान और ओमान में भी ढाका में होने वाली बैठक का हिस्सा बनने से मना कर दिया है। इन सभी चीजों के बावजूद भी एसीसी के अध्यक्ष मोहसिन नक्वी ने अपना फैसला नहीं बदला है। एसीसी के नियमों को मुताबिक अगर भारत जैसा प्रमुख देश बैठक में शामिल नहीं होगा तो बैठक में लिया गया कोई भी फैसला मन नहीं होगा।