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6,6,6,6,4,4,4…. Prithvi Shaw नाम का आया कोहराम, गेंदबाजों की जमकर धुनाई, अकेले ठोके 379 रन, तिहरा शतक से मचा सनसनी

6,6,6,6,4,4,4.... Prithvi Shaw नाम का आया कोहराम, गेंदबाजों की जमकर धुनाई, अकेले ठोके 379 रन, तिहरा शतक से मचा सनसनी
6,6,6,6,4,4,4.... Prithvi Shaw नाम का आया कोहराम, गेंदबाजों की जमकर धुनाई, अकेले ठोके 379 रन, तिहरा शतक से मचा सनसनी

भारतीय टीम के स्टार सलामी बल्लेबाज prithvi shaw काफी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। सिलेक्टर्स भी उन्हें नजरअंदाज करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। वह लगभग पिछले 3 सालों से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है। लेकिन कभी मैदान पर ताबड़तोड़ पारी खेलने वाले prithvi shaw की तुलना भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी सहवाग से की जाती थी। इतना ही नहीं क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने उन्हें टीम इंडिया का भविष्य भी बता दिया था। उन्होंने भारत के लिए खेलते हुए कई विस्फोटक और अहम पारियां खेली हैं। आज हम prithvi shaw एक ऐसी ही पारी की बात करेंगे जहां उन्होंने मैदान पर गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए 379 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी।

क्रिकेट के मैदान पर prithvi shaw ने की गेंदबाजों की धुनाई

साल 2023 में क्रिकेट के मैदान में prithvi shaw के नाम का तूफान आया था। जहां उन्होंने 383 गेंद में 49 चौके और 4 छक्के की मदद से 379 रन बनाए थे। पृथ्वी ने रणजी के मुकाबले में असम के खिलाफ गुवाहाटी में खेले गए इस मुकाबले में इतना बड़ा स्कोर बनाया था। इसके साथ ही पृथ्वी ने फर्स्ट क्लास मैचों में शानदार तिहरा शतक भी लगाया था।

1948 के बाद पृथ्वी की तूफानी पारी

कई सारे रिकॉर्ड्स के अलावा पृथ्वी ने रणजी ट्रॉफी में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज का भी रिकॉर्ड बना लिया। उन्होंने यह मुकाम 1991 में संजय मांझेकर के बने 377 रनों की पारी को पीछे छोड़ते हुए किया। बता दे कि रणजी ट्रॉफी में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड महाराष्ट्र के बल्लेबाज बाबू साहब नीलांबर के नाम पर है जिन्होंने 1948 में काठियावाड़ के खिलाफ खेलते हुए 494 गेंद पर 443 रन बनाकर भी ना बात रहे थे

पृथ्वी के करियर की सबसे यादगार पारी

हालांकि पृथ्वी ने अभी तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कुल 58 मुकाबले खेले हैं। जिसमें उन्होंने 102 पारियों में शानदार औसत के बाद साथ बल्लेबाजी करते हुए 4556 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 13 शतक और 18 अर्धशतक भी देखने को मिले हैं। लेकिन जब भी उनकी सबसे बेहतरीन पारियों की बात आती है तो असम के खिलाफ खेली गई 379 दिनों की परी कोई याद किया जाता है। क्योंकि यह उनकी फर्स्ट क्लास करियर की सबसे अहम और बड़ी पारी थी। हालांकि पृथ्वीराज परी को खेल टीम इंडिया में अपनी वापसी की दावेदारी भी पेश की थी। लेकिन इसके बाद भी उन्हें ज्यादा कुछ खास मौके नहीं मिले।

पृथ्वी शॉ के क्रिकेट आंकड़े

पृथ्वी शॉ ने साल 2018 में अंडर -19 की कप्तानी करते हुए वर्ल्ड कप जीतने का काम किया था। हालांकि उन्होंने रंजीत दिलीप और टेस्ट डेब्यू में शतक बनाने का भी काम किया था। पृथ्वी ने आईपीएल में 79 मुकाबले खेले थे जिसमें वह 1892 रन बनाने में कामयाब हुए थे जिसमें पृथ्वी के बीच शामिल है 2025 की नीलामी में उन्हें किसी भी फ्रेंचाइजी ने नहीं खरीदा था।

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